Generative Adversarial Network (GANs) एक प्रकार का Machine Learning Model है, जिसे Ian Goodfellow और उनकी टीम ने 2014 में विकसित किया था। यह एक Unsupervised Learning Technique है, जिसका उपयोग नए, Realistic data generation के लिए किया जाता है।

Generative Adversarial Network (GANs)
GANs दो मुख्य चीजों से मिलकर बना होता है: जनरेटर और डिस्क्रिमिनेटर
- Generator (जनरेटर) – यह नकली (Fake) डेटा generate करता है।
- Discriminator (डिस्क्रिमिनेटर) – यह असली (Real) और नकली (Fake) डेटा के बीच अंतर करने की कोशिश करता है।
GANs का कार्य करने का तरीका (How GANs Work?)
- Generator एक नकली डेटा बनाता है, जो असली डेटा की तरह दिखता है।
- Discriminator असली और नकली डेटा में फर्क करने की कोशिश करता है।
- Generator और Discriminator के बीच प्रतिस्पर्धा (Competition) होती है, जिससे Generator बेहतर और अधिक वास्तविक दिखने वाले डेटा उत्पन्न करने लगता है।
- अंत में, Generator इतना कुशल हो जाता है कि वह पूरी तरह से असली डेटा जैसा नकली डेटा उत्पन्न कर सकता है।
GANs का Training Process
- Generator को कोई भी Random डेटा दिया जाता है।
- Generator नकली डेटा generate करता है और Discriminator को भेजता है।
- Discriminator असली और नकली डेटा को अलग करने की कोशिश करता है।
- यदि Discriminator नकली डेटा को पहचान लेता है, तो Generator को और बेहतर नकली डेटा बनाने के लिए train किया जाता है।
- यह process तब तक चलता है जब तक कि Generator इतना accurate नहीं हो जाता कि वह पूरी तरह से असली डेटा जैसा डेटा बना सके।
Architecture of GANs
1. Generator (जनरेटर)
- Input: एक Random Noise
- Output: नकली डेटा / Fake data जो असली डेटा जैसा दिखता है।
- कार्य: असली डेटा की विशेषताओं को सीखकर उसे दोबारा जनरेट करना।
Generator का कार्य करने का तरीका:
- एक Random Vector (Noise) लिया जाता है।
- इसे Neural Network से Pass किया जाता है, जो इसे एक असली डेटा जैसा बनाने की कोशिश करता है।
- Generated Data को Discriminator को भेजा जाता है।
2. Discriminator (डिस्क्रिमिनेटर)
- Input: असली और नकली डेटा।
- Output: यह तय करता है कि डेटा असली है या नकली।
- कार्य: असली और नकली डेटा में अंतर करना।
Discriminator का कार्य करने का तरीका:
- यह एक सामान्य Binary Classification Neural Network होता है।
- इसे असली और नकली डेटा दिया जाता है।
- यह Output देता है कि डेटा असली (1) है या नकली (0)।
- यदि Discriminator नकली डेटा को पहचान लेता है, तो Generator को सुधारने के लिए Feedback दिया जाता है।
GANs का लॉस फंक्शन (Loss Function of GANs)
यह एक Minimax Game की तरह काम करता है:
- Generator चाहता है कि Discriminator को धोखा दिया जाए।
- Discriminator चाहता है कि वह असली और नकली डेटा में अंतर कर सके।
- यह प्रक्रिया तब तक चलती है जब तक Generator नकली डेटा को पूरी तरह से असली जैसा नहीं बना देता।
GANs के प्रकार (Types of GANs)
- Vanilla GANs – सबसे साधारण GAN, जिसमें केवल एक साधारण Generator और Discriminator होता है।
- Deep Convolutional GANs (DCGANs) – इसमें CNN का उपयोग किया जाता है, जिससे Image Generation में सुधार होता है।
- Conditional GANs (cGANs) – यह विशेष इनपुट (जैसे Class Labels) को ध्यान में रखकर डेटा उत्पन्न करता है।
- Super Resolution GANs (SRGANs) – यह Low-Resolution Images को High-Resolution में बदलने के लिए उपयोग किया जाता है।
- StyleGANs – इसका उपयोग High-Quality Face Generation के लिए किया जाता है।
- CycleGANs – एक प्रकार की Image-to-Image Translation, जैसे Day to Night Image Conversion।
GANs के उपयोग (Applications of GANs)
1. Image Generation और Enhancement में इसका इस्तेमाल होता है
- GANs का उपयोग नकली तस्वीरें बनाने और Low-Resolution Images को High-Resolution में बदलने के लिए किया जाता है।
- Example: सुपर-रिज़ॉल्यूशन तकनीक, Photoshop में AI-Based Image Editing.
2. Face Generation
- GANs का use नए, नकली चेहरे बनाने के लिए किया जाता है, जो असली इंसानों की तरह दिखते हैं।
- Example: This Person Does Not Exist वेबसाइट, जो GANs का इस्तेमाल करके नकली चेहरे बनाती है।
3. Art और Creativity

- GANs का इस्तेमाल नए Art Pieces और Paintings बनाने के लिए किया जाता है।
- Example: AI द्वारा बनाई गई पेंटिंग “Portrait of Edmond de Belamy” जिसकी कीमत $432,500 में बिकी
4. Video और Animation Generation
- GANs का उपयोग वीडियो और 3D मॉडल बनाने के लिए किया जाता है।
- Example: AI द्वारा बनाए गए Deepfake Videos।
5. Style Transfer
- एक Image की Style को दूसरी Image पर लागू करने के लिए GANs का उपयोग किया जाता है।
- Example: किसी फोटो को Van Gogh की Painting जैसी बनाने के लिए।
6. Data Augmentation
- GANs का उपयोग नई Training Data बनाने के लिए किया जाता है, जिससे Machine Learning Models की Accuracy बढ़ती है।
- Example: Medical Diagnosis में GANs का उपयोग Fake MRI Scans बनाने के लिए किया जाता है।
7. Drug Discovery और Medical Imaging
- GANs का उपयोग नई दवाओं की खोज और Medical Scans को सुधारने के लिए किया जाता है।
GANs के फायदे (Advantages of GANs)
- असली जैसे नकली डेटा बना सकता है – GANs बिना असली डेटा के नए, यथार्थवादी डेटा उत्पन्न कर सकता है।
- Creative Applications में उपयोगी – GANs का उपयोग Art, Animation और Game Development में किया जा सकता है।
- Data Augmentation में मददगार – GANs का उपयोग अधिक Training Data बनाने के लिए किया जा सकता है।
GANs की सीमाएँ (Limitations of GANs)
- Training मुश्किल होता है – GANs को ठीक से Train करना कठिन होता है, क्योंकि Generator और Discriminator के बीच संतुलन बनाना जरूरी है।
- Mode Collapse – कभी-कभी Generator केवल एक प्रकार का डेटा बनाता रहता है और विविधता नहीं रख पाता।
- Computationally Expensive – GANs को Train करने के लिए बहुत अधिक GPU Power की जरूरत होती है।
संक्षेप में कहा जाय तो Generative Adversarial Networks (GANs) एक शक्तिशाली AI Technique है, जो असली जैसे नकली डेटा उत्पन्न कर सकता है। इसका इस्तेमाल Image Generation, Video Creation, Deepfake Technology, Art, और Medical Imaging में किया जाता है। हालाँकि, GANs को Train करना कठिन होता है और इसमें बहुत ज्यादा Computational Power की जरूरत होती है, लेकिन इसके इस्तेमाल से AI और Creativity के क्षेत्र में नए अवसर खुल रहे हैं। लेकिन इसके चक्कर में आजकल असली नकली का भेद करना मुश्किल हो रहा है। सोशल मीडिया पर ऐसे-ऐसे डीप फेक विडियो चला देते हैं कि कोहराम मच जाता है। लोग इसी में लगे रहते हैं और मामला भिण्डी हो जाता है 🙂
– Jotter Satish